Express and Explore Yourself

Go for Next-Previous

क्या हमारे नेताओं में राजनीति का अपराधीकरण रोकने की इच्छाशक्ति है?

- विजय शंकर सिंह क्या सभी राजनीतिक दल अपराधियों को टिकट न देने और उनसे चुनाव में कोई सहायता न लेने पर संकल्पबद्ध हो सकते हैं ? अगर ...

विकास दुबे एनकाउंटर: किसको डर और किससे डर? अब तक कितने शहीद पुलिसवालों को इंसाफ मिला?

- धीरेश सैनी विकास दुबे को लेकर कुछ स्टेटमेंट्स पढ़े। राज़ खुल जाने का डर और पुलिस ने बदला लिया, इन बिंदुओं पर काफ़ी कुछ लिखा दिखाई दि...

व्यंग्य: एक बार की बात है, जब मोदी जी गांव का दौरा करने पहुंचे और सामने आ गई बड़ी मजबूरी !

- अशफाक अहमद एक बार की बात है, एक सुदूर गांव के पंचायत चुनाव में प्रचार के लिये जाना हुआ। गांव ऐसी जगह था कि न वहां अभी तक देश भर म...

आजतक की रिपोर्ट: सोचिये, अगर ये मासूम आपकी बच्चियां होतीं तो आप पर क्या गुजरती?

शीतल पी सिंह मामला चित्रकूट का है। गोस्वामी तुलसीदास जी यहीं के थे। यह न्यूज़ स्टोरी भी यहीं की है, जिसे शानदार पत्रकार मौसमी सिंह ...

कपड़ों से पहचानने वालों ने इस बार फेसबुक डीपी से पहचाना और प्रोफेसर 'ख़ान' पाकिस्तानी हो गए

-आशीष दीक्षित विश्वविद्यालय है रुहेलखण्ड। शहर है उत्तर प्रदेश का बरेली। इसी विश्वविद्यालय में बरसों से फिजिक्स के एक प्रोफेसर हैं ...

फूल और कांटे: 29 साल बाद अजय देवगन की फिल्म का ये पोस्टमार्टम आपको जरूर पसंद आएगा !

- सत्येंद्र सत्यार्थी फूल और कांटे नामक फिल्म देख ली। मुझे इस फिल्म को देखने में 4 दिन लगे, हालाकि नल्ला हू और बरसात का मजा ले रहा पर...

Netflix की '21 सरफरोश सारागढ़ी' के सामने 'केसरी' कुछ नहीं, अक्षय ने माहौल की फसल काटी

- राकेश सांगवान रणदीप हुड्डा एक शानदार अभिनेता है, जो अपने अभिनय से पात्र में जान डाल देता है। रणदीप जिस भी पात्र की भूमिका निभात...

Inspiring story of a village girl: Your right action can change many perceptions

In a village there was a family and they had only female child, many suggests them to try for another male child because female ch...

रोशनी की परंपरा, इससे जुड़े त्योहारों, मान्यताओं और इतिहास के बारे में कितना जानते हैं आप?

- नीतीश ओझा Lantern–लालटेन–जिसकी कहानी शुरू होती है मानव सभ्यता के पुरातन समय से, फिर इसके प्रयोग का जिक्र यूरोप में मिलता है जब मोमब...

सुसाइड या मर्डर: एम्स की चारदीवारी से बाहर आ पाएगा पत्रकार तरुण सिसौदिया की मौत का सच?

- गिरीश मालवीय दिल्ली के पत्रकार तरुण सिसौदिया की मौत के मामले में यह शक करने की पर्याप्त गुंजाइश है कि यह आत्महत्या नही हत्या है...

ब्रांड मोदी: मायाजाल टूट रहा है, घरेलू मोर्चे पर समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं, पीक इज ओवर !

- मनीष सिंह इंडियाज वन मैन बैंड के शीर्षक के साथ यह तस्वीर, द इकॉनमिस्ट के मुख्यपृष्ठ पर छपी थी। मौका उनके पहले कार्यकाल का पहला साल...

कोरोना से लड़ाई की पब्लिसिटी और सिस्टम की जमीनी हकीकत में फर्क जानना है तो इसे पढ़िए

- मृत्युंजय शर्मा सबसे पहले मैं ये कहना चाहता हूं कि ये कोई पॉलिटिकल एजेंडा नहीं है, आप मेरे ट्विटर और फेसबुक अकाउंट पर देख सकते हैं...

मनरेगा के जरिये ग्राम प्रधान ऐसे करते हैं भ्रष्टाचार और जॉब कार्डधारक मजदूरों का शोषण

- तेजभान तेज गांव में मनरेगा योजना के तहत जॉब कार्डधारक मजदूरों को तब पता चलता है, जब उनके खाते में पैसे आ जाते हैं। गांव का प्रध...