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कोरोना काल और लॉकडाउन के बीच बिहार के दरभंगा में सामने आई एक अनोखी लव स्टोरी

बिहार के दरभंगा से लॉकडाउन की सबसे प्यारी प्रेम कहानी सामने आयी है।  सीता और नितीश दोनों ही दिव्यांग हैं और ट्राइसाइकिल से ही चल पाते है...

जिन मजदूरों को भगाया, अब उन्हीं को लग्जरी बस में भरकर वापस ले जाने वाले कौन हैं?

-विपुल आनंद रात के करीब 11 बजे एक बेहद लक्सरी बस मेरे गाँव आयी, और 70 लोगों को मजदूरी करने हरियाणा और पंजाब ले गयी...!! मैं...

पाटलिपुत्र में शिक्षकों की भर्ती: यह खेल देश के हर राज्य में बरसों से खेला जा रहा है

- राजीव मित्तल यह लेखन तबका है जब नीतीश कुमार शिक्षा के क्षेत्र में फर्जी क्रांति करने जा रहे थे..उन्होंने तो खैर जो किया सो किया.. यह...

कोरोना ने पूंजीवाद को सिरे से विफल साबित कर दिखाया

-राजीव मित्तल विश्व के पटल से सोवियत संघ को विदा हुए 30 बरस हो गए और तभी से चीन, ईरान, अफगानिस्तान और क्यूबा और दो चार देशों को छोड़ कर...

कोरोना काल: हमारी ये छोटी-छोटी आदतें हमें बाकी दुनिया से अलग करती हैं

-शंभूनाथ शुक्ल आज सुबह जैसे ही फ़्लैट के मुख्यद्वार को खोलकर कदम बाहर रखा, वह ज़मीन पर पड़े अख़बार से टकराया। अख़बार उठाया और माथे से ...

कोरोना काल: अब जाकर हिंदी प्रदेशों की राज्य सरकारों को होश आ रहा है, देर आयद दुरुस्त आयद !

- गिरीश मालवीय कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों...! आप को शायद याद होगा 5 मई 2020 को दैनि...

कोरोना काल : इस माहौल में डर पर आधारित बाजार तेजी से फलने-फूलने लगा है

-आलोक कुमार डर एक मनोविज्ञान है। हम क्यों डरते हैं ? इस पर कई शोध हैं। कई वैज्ञानिक उपाय हैं। कई उपाय डर को भगाने में सहायक हैं, तो इसके...

लॉकडाउन के बाद हर चीज महंगी, लेकिन किसानों के उत्पाद सस्ते, यानी फिर किसान ही मारा जाएगा !

- राजेश यादव 2 दिन पहले बाजार की तरफ निकल गया और शोरूम में कुछ पैंट शर्ट पसन्द कर लिए। बिल बना 9285। कोई डिस्काउंट नहीं, जबकि लॉकडाउन ...

हैरतअंगेज: एक साथ यूपी के 25 स्कूलों में पढ़ाने वाली अनामिका शुक्ला आज भी बेरोजगार है !

- गौरव श्यामा पांडेय 6 जून को कासगंज से अनामिका शुक्ला के गिरफ्तार होने की खबर आई. अनामिका शुक्ला पर एक साथ 25 स्कूलों में शिक्षक...

कोरोना काल: 80 दिन बाद घर से निकला, सड़क सूनी थी, हाई-वे में इक्का-दुक्का वाहन चल रहे थे

-शंभूनाथ शुक्ल आज पूरे 80 दिनों बाद क़रीब 40 किमी गया और आया। ख़ुद गाड़ी चलाकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा के दूसरे छोर तक गया। न  किसी को...

पूर्व कोरोना पॉजिटिव की डायरी: कोरोना पॉजिटिव से संक्रमित होने का भय और पड़ोसी

-रवींद्र रंजन  मदर डेयरी पर खड़ा एक व्यक्ति इसलिए डरा हुआ था कि उसकी कॉलोनी के किसी फ्लैट में कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकल आया है...

कोरोना काल: 40 साल से आप ऐसी ही व्यवस्था बनाने के लिए बावले हुए जा रहे थे न?

- मुकेश असीम मध्यम वर्ग की शिकायत है अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा, चक्कर लगाते मरीज मर जा रहा है, देखने को डॉक्टर नहीं, टेस्ट तक नही...

पूर्व कोरोना पॉजिटिव की डायरी: दिल्ली में सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज, भला क्यों?

- रवींद्र रंजन  कोरोना को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच खूब राजनीति हो रही है। वैसे राजनीतिक पार्टियों का काम ही है राजनीति करना तो ...

पूर्व कोरोना पॉजिटिव की डायरी: हर मरीज को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं

- रवींद्र रंजन  कई दोस्तों ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद के अपने अनुभव लिखने को कहा है, लिहाजा मैं एक सीरीज की शक्ल में लिख रहा हूं।...

जवाहर लाल नेहरू और विपक्ष : ‘हिंदुस्तान के लोग मुझ जैसे आदमी को बर्दाश्त क्यों करते हैं?‘

-अरविंद कुमार सिंह  17 अगस्त 1994 को अटल बिहारी वाजपेयीजी को सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान मिला। इस मौके पर अपने भाषण में उऩ्होंने पंडि...

कोरोना काल : बीते 9 दिनों ने मेरी पूरी जिंदगी बदलकर रख दी है, सब कुछ खत्म हो गया

दिल्ली में कोरोना से 8 माह की गर्भवती महिला की मौत एवं अस्पतालों का गैर-ज़िम्मेदाराना रवैया आपको झकझोर कर रख देगा। सुनिए पूरी स...

यादों के झरोखे से: कितना बदल गया है मेरा स्कूल, नहीं बदली तो सिर्फ वो पानी की टंकी

- धीरेंद्र जयहिंद स्कूल की पानी की टंकी । पुराने उपन्यासों में मिलने वाले बूढे बरगद के पेड़ की तरह न जाने कितने किस्सों की गवाह । 19...

कोरोना पर कितनी गंभीर सरकार: याद करिये जब वेंकैया ने मास्क पहने सांसदों को बाहर कर दिया था

-नवनीत चतुर्वेदी तारीख- 18 मार्च 2020 स्थान- भारतीय संसद सदन की अध्यक्षता कर रहे हैंं उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू।  कुछेक सांसद म...

एक साथ यूपी के 25 स्कूलों में पढ़ाने वाली अनामिका शुक्ला का मजेदार इंटरव्यू

- मनोज सिंह पत्रकार- अनामिका, आप एक साथ 25 स्कूलों में नौकरी एक ही समय पर कैसे मैनेज करती थी ? अनामिका - एक महीने में 25 दिन स...

कोरोना से हो रही मौत की ख़बरें डराने वाली हैं, आम दिनों में ऐसे लगातार लोग नहीं मरते

-सिद्धार्थ ताबिश अभी मैं दिल्ली में अपने दोस्त से बात कर रहा था.. उनके सामने रहने वाले पड़ोसी.. उम्र 55 साल.. गुड़गांव से कुछ दिन पहले क...